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दिल्ली-एनसीआर के बाद अब महाराष्ट्र में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. सोमवार की देर रात आए इस भूकंप का केंद्र सतारा जिला था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, ।महाराष्ट्र में आए इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.3 मैग्नीट्यूड मापी गई है.
NCS के मुताबिक, महाराष्ट्र के सतारा जिले में सोमवार देर रात 11.36 बजे भूकंप के झटके लगे हैं, जिनकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.3 मैग्नीट्यूड मापी गई है. इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर गहराई में था. इससे पहले रविवार देर शाम दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. नोएडा और गाजियाबाद में भी धरती हिली थी. इसके अलावा हरियाणा के कई हिस्सों में भूकंप आया था.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में आए भूकंप की तीव्रता 3.1 थी. भूकंप के झटके शाम 4 बजकर 8 मिनट पर महसूस किए गए थे. भूकंप का केंद्र हरियाणा का फरीदाबाद बताया गया. रविवार को छुट्टी होने की वजह से लोग अपने घरों में ही थे, लेकिन जैसे ही धरती हिली, लोग बाहर की ओर भागे.
जाने भूकंप क्यों आता है? Know why earthquakes occur
धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है. भूकंप तब आता है जब इन प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं, प्लेट्स एक दूसरे से रगड़ खाती हैं, उससे अपार ऊर्जा निकलती है, और उस घर्षण या फ्रिक्शन से ऊपर की धरती डोलने लगती है, कई बार धरती फट तक जाती है, कई बार हफ्तों तो कई बार कई महीनों तक ये ऊर्जा रह-रहकर बाहर निकलती है और भूकंप आते रहते हैं, इन्हें आफ्टरशॉक कहते हैं. ।
भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्या हो सकता है असर: ?
– 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है. – 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है. – 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है. – 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं. – 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है. – 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
भारत में कहा कहा आया है।भूकंप ?
.भारत में कहा कहा आया है।भूकंप.दिल्ली-NCR, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान समेत मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मंगलवार दोपहर 2.53 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.6 रही। इसका केंद्र नेपाल के बझांग जिले में था।
क्या रहते हैं आने वाले समय के प्रभाव ?
भारत भी यूरोप की तरफ खिसक रहा हैसाल 2022 में ऑस्ट्रेलिया के भूवैज्ञानिकों ने धरती पर मौजूद सभी टेक्टोनिक प्लेटों का एक नया नक्शा तैयार किया था। इसमें बताया गया था कि इंडियन प्लेट और ऑस्ट्रेलियन प्लेट के बीच माइक्रोप्लेट को नक्शे में शामिल किया गया है। साथ ही कहा गया था कि भारत यूरोप की तरफ खिसक रहा है।इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन दो प्लेटों के टकराव से हिमालय सहित उत्तरी हिस्सों में भीषण भूकंप आ सकता है।
भूकंप से हम अपना बचाव किस प्रकार कर सकते हैं।
अगर भूकंप के वक्त आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं.घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें.भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें.अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें.।